महाभारतम् — 10.1.28
Original
Segmented
तस्मिन् रात्रि-मुखे घोरे दुःख-शोक-समन्विताः कृतवर्मा कृपो द्रौणिः उपोपविविशुः समम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रात्रि | रात्रि | pos=n,comp=y |
मुखे | मुख | pos=n,g=n,c=7,n=s |
घोरे | घोर | pos=a,g=n,c=7,n=s |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
समन्विताः | समन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
कृतवर्मा | कृतवर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कृपो | कृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
द्रौणिः | द्रौणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उपोपविविशुः | उपोपविश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
समम् | समम् | pos=i |