महाभारतम् — 1.94.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच स एवम् शंतनुः धीमान् देव-राज-ऋषि-सत्कृतः धर्म-आत्मा सर्व-लोकेषु सत्य-वाच् इति विश्रुतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
शंतनुः | शंतनु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धीमान् | धीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
सत्कृतः | सत्कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
वाच् | वाच् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
विश्रुतः | विश्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |