महाभारतम् — 1.88.4
Original
Segmented
ययातिः उवाच न मिथ्या अहम् विक्रयम् वै स्मरामि वृथा गृहीतम् शिशुकात् शङ्कमानः कुर्याम् न च एव अकृत-पूर्वम् अन्यैः विवित्समानः किम् उ तत्र
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ययातिः | ययाति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
मिथ्या | मिथ्या | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
विक्रयम् | विक्रय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
स्मरामि | स्मृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वृथा | वृथा | pos=i |
गृहीतम् | ग्रह् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
शिशुकात् | शिशुक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
शङ्कमानः | शङ्क् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कुर्याम् | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अकृत | अकृत | pos=a,comp=y |
पूर्वम् | पूर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अन्यैः | अन्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विवित्समानः | विवित्स् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उ | तत्र | pos=i |
तत्र | साधु | pos=a,g=n,c=2,n=s |