Original

अष्टक उवाच ।तांस्ते ददामि मा प्रपत प्रपातं ये मे लोका दिवि राजेन्द्र सन्ति ।यद्यन्तरिक्षे यदि वा दिवि श्रितास्तानाक्रम क्षिप्रममित्रसाह ॥ १० ॥

Segmented

अष्टक उवाच तान् ते ददामि मा प्रपत प्रपातम् ये मे लोका दिवि राज-इन्द्र सन्ति यदि अन्तरिक्षे यदि वा दिवि श्रितास् तान् आक्रम क्षिप्रम् अमित्र-साह

Analysis

Word Lemma Parse
अष्टक अष्टक pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
तान् तद् pos=n,g=m,c=2,n=p
ते त्वद् pos=n,g=,c=4,n=s
ददामि दा pos=v,p=1,n=s,l=lat
मा मा pos=i
प्रपत प्रपत् pos=v,p=2,n=s,l=lot
प्रपातम् प्रपात pos=n,g=m,c=2,n=s
ये यद् pos=n,g=m,c=1,n=p
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
लोका लोक pos=n,g=m,c=1,n=p
दिवि दिव् pos=n,g=m,c=7,n=s
राज राजन् pos=n,comp=y
इन्द्र इन्द्र pos=n,g=m,c=8,n=s
सन्ति अस् pos=v,p=3,n=p,l=lat
यदि यदि pos=i
अन्तरिक्षे अन्तरिक्ष pos=n,g=n,c=7,n=s
यदि यदि pos=i
वा वा pos=i
दिवि दिव् pos=n,g=m,c=7,n=s
श्रितास् श्रि pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
तान् तद् pos=n,g=m,c=2,n=p
आक्रम आक्रम् pos=v,p=2,n=s,l=lot
क्षिप्रम् क्षिप्रम् pos=i
अमित्र अमित्र pos=n,comp=y
साह साह pos=a,g=m,c=8,n=s