Original

ब्रह्मलोकप्रतीकाशमाश्रमं सोऽभिवीक्ष्य च ।षट्पदोद्गीतसंघुष्टं नानाद्विजगणायुतम् ॥ ३० ॥

Segmented

ब्रह्म-लोक-प्रतीकाशम् आश्रमम् सो ऽभिवीक्ष्य च षट्पद-उद्गीत-संघुष्टम् नाना द्विज-गण-आयुतम्

Analysis

Word Lemma Parse
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,comp=y
लोक लोक pos=n,comp=y
प्रतीकाशम् प्रतीकाश pos=n,g=m,c=2,n=s
आश्रमम् आश्रम pos=n,g=m,c=2,n=s
सो तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽभिवीक्ष्य अभिवीक्ष् pos=vi
pos=i
षट्पद षट्पद pos=n,comp=y
उद्गीत उद्गा pos=va,comp=y,f=part
संघुष्टम् संघुष् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
नाना नाना pos=i
द्विज द्विज pos=n,comp=y
गण गण pos=n,comp=y
आयुतम् आयुत pos=a,g=m,c=2,n=s