Original

प्रेक्षमाणो वनं तत्तु सुप्रहृष्टविहंगमम् ।आश्रमप्रवरं रम्यं ददर्श च मनोरमम् ॥ १५ ॥

Segmented

प्रेक्षमाणो वनम् तत् तु सु प्रहृः-विहंगमम् आश्रम-प्रवरम् रम्यम् ददर्श च मनोरमम्

Analysis

Word Lemma Parse
प्रेक्षमाणो प्रेक्ष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
तु तु pos=i
सु सु pos=i
प्रहृः प्रहृष् pos=va,comp=y,f=part
विहंगमम् विहंगम pos=n,g=n,c=2,n=s
आश्रम आश्रम pos=n,comp=y
प्रवरम् प्रवर pos=a,g=n,c=2,n=s
रम्यम् रम्य pos=a,g=n,c=2,n=s
ददर्श दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
मनोरमम् मनोरम pos=a,g=n,c=2,n=s