महाभारतम् — 1.53.5
Original
Segmented
सूत उवाच तम् इन्द्र-हस्तात् विस्रस्तम् विसंज्ञम् पन्नग-उत्तमम् आस्तीकः तिष्ठ तिष्ठ इति वाचस् तिस्रो ऽभ्युदैरयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सूत | सूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
हस्तात् | हस्त | pos=n,g=m,c=5,n=s |
विस्रस्तम् | विस्रंस् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
विसंज्ञम् | विसंज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पन्नग | पन्नग | pos=n,comp=y |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आस्तीकः | आस्तीक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तिष्ठ | स्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
तिष्ठ | स्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
वाचस् | वाच् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
तिस्रो | त्रि | pos=n,g=f,c=2,n=p |
ऽभ्युदैरयत् | अभ्युदीरय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |