महाभारतम् — 1.53.25
Original
Segmented
इति आख्यानम् मया आस्तीकम् यथावत् कीर्तितम् तव यत् कीर्तयित्वा सर्पेभ्यो न भयम् विद्यते क्वचित्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
आख्यानम् | आख्यान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
आस्तीकम् | आस्तीक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यथावत् | यथावत् | pos=i |
कीर्तितम् | कीर्तय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कीर्तयित्वा | कीर्तय् | pos=vi |
सर्पेभ्यो | सर्प | pos=n,g=m,c=5,n=p |
न | न | pos=i |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |