महाभारतम् — 1.46.27
Original
Segmented
केन दृष्टम् श्रुतम् च अपि भवताम् श्रोत्रम् आगतम् श्रुत्वा च अथ विधास्यामि पन्नग-अन्त-करीम् मतिम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| केन | क | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| दृष्टम् | दृश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| भवताम् | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| श्रोत्रम् | श्रोत्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आगतम् | आगम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| अथ | अथ | pos=i |
| विधास्यामि | विधा | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| पन्नग | पन्नग | pos=n,comp=y |
| अन्त | अन्त | pos=n,comp=y |
| करीम् | कर | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| मतिम् | मति | pos=n,g=f,c=2,n=s |