Original

चातुर्वर्ण्यं स्वधर्मस्थं स कृत्वा पर्यरक्षत ।धर्मतो धर्मविद्राजा धर्मो विग्रहवानिव ॥ ७ ॥

Segmented

चातुर्वर्ण्यम् स्वधर्म-स्थम् स कृत्वा पर्यरक्षत धर्मतो धर्म-विद् राजा धर्मो विग्रहवान् इव

Analysis

Word Lemma Parse
चातुर्वर्ण्यम् चातुर्वर्ण्य pos=n,g=n,c=2,n=s
स्वधर्म स्वधर्म pos=n,comp=y
स्थम् स्थ pos=a,g=n,c=2,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
पर्यरक्षत परिरक्ष् pos=v,p=3,n=s,l=lan
धर्मतो धर्म pos=n,g=m,c=5,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
विद् विद् pos=a,g=m,c=1,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
विग्रहवान् विग्रहवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i