महाभारतम् — 1.38.1
Original
Segmented
शृङ्गी उवाच यदि एतत् साहसम् तात यदि वा दुष्कृतम् कृतम् प्रियम् वा अपि अप्रियम् वा ते वाग् उक्ता न मृषा मया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शृङ्गी | शृङ्गिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यदि | यदि | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
साहसम् | साहस | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
वा | वा | pos=i |
दुष्कृतम् | दुष्कृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अप्रियम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वाग् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उक्ता | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
मृषा | मृषा | pos=i |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |