महाभारतम् — 1.225.9
Original
Segmented
पार्थस् तु वरयामास शक्राद् अस्त्राणि सर्वशः ग्रहीतुम् तत् च शक्रो ऽस्य तदा कालम् चकार ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पार्थस् | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
वरयामास | वरय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शक्राद् | शक्र | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अस्त्राणि | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |
ग्रहीतुम् | ग्रह् | pos=vi |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
शक्रो | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |