महाभारतम् — 1.222.16
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एवम् उक्ता ततः शार्ङ्गी पुत्रान् उत्सृज्य खाण्डवे जगाम त्वरिता देशम् क्षेमम् अग्नेः अनाश्रयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्ता | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| ततः | ततस् | pos=i |
| शार्ङ्गी | शार्ङ्गी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| पुत्रान् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
| खाण्डवे | खाण्डव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| त्वरिता | त्वरित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| देशम् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| क्षेमम् | क्षेम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अग्नेः | अग्नि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अनाश्रयम् | अनाश्रय | pos=n,g=m,c=2,n=s |