महाभारतम् — 1.222.12
Original
Segmented
शार्ङ्गका ऊचुः न त्वम् मिथ्योपचारेण मोक्षयेथा भयम् महत् समाकुलेषु ज्ञानेषु न बुद्धि-कृतम् एव तत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शार्ङ्गका | शार्ङ्गक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| न | न | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| मिथ्योपचारेण | मिथ्योपचार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| मोक्षयेथा | मोक्षय् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| समाकुलेषु | समाकुल | pos=a,g=n,c=7,n=p |
| ज्ञानेषु | ज्ञान | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| न | न | pos=i |
| बुद्धि | बुद्धि | pos=n,comp=y |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| एव | एव | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |