Original

तमब्रवीद्देवराजो ममेदं त्वं विद्धि विश्वं भुवनं वशे स्थितम् ।ईशोऽहमस्मीति समन्युरब्रवीद्दृष्ट्वा तमक्षैः सुभृशं प्रमत्तम् ॥ १५ ॥

Segmented

तम् अब्रवीद् देवराजो मे इदम् त्वम् विद्धि विश्वम् भुवनम् वशे स्थितम् ईशो ऽहम् अस्मि इति समन्युः अब्रवीद् दृष्ट्वा तम् अक्षैः सु भृशम् प्रमत्तम्

Analysis

Word Lemma Parse
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
अब्रवीद् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
देवराजो देवराज pos=n,g=m,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
विद्धि विद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
विश्वम् विश्व pos=n,g=n,c=1,n=s
भुवनम् भुवन pos=n,g=n,c=1,n=s
वशे वश pos=n,g=m,c=7,n=s
स्थितम् स्था pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
ईशो ईश pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
अस्मि अस् pos=v,p=1,n=s,l=lat
इति इति pos=i
समन्युः समन्यु pos=a,g=m,c=1,n=s
अब्रवीद् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
अक्षैः अक्ष pos=n,g=m,c=3,n=p
सु सु pos=i
भृशम् भृशम् pos=i
प्रमत्तम् प्रमद् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part