महाभारतम् — 1.189.10
Original
Segmented
दृष्ट्वा च तद् विस्मिताः ते बभूवुस् तेषाम् इन्द्रः तत्र शूरो जगाम सो ऽपश्यद् योषाम् अथ पावक-प्रभाम् यत्र गङ्गा सततम् सम्प्रसूता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
च | च | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विस्मिताः | विस्मि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
बभूवुस् | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
इन्द्रः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
शूरो | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपश्यद् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
योषाम् | योषा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
पावक | पावक | pos=n,comp=y |
प्रभाम् | प्रभा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
गङ्गा | गङ्गा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सततम् | सततम् | pos=i |
सम्प्रसूता | सम्प्रसू | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |