महाभारतम् — 1.178.13
Original
Segmented
देवर्षि-गन्धर्व-समाकुलम् तत् सुपर्ण-नाग-असुर-सिद्ध-जुष्टम् दिव्येन गन्धेन समाकुलम् च दिव्यैः च माल्यैः अवकीर्यमाणम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
देवर्षि | देवर्षि | pos=n,comp=y |
गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,comp=y |
समाकुलम् | समाकुल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सुपर्ण | सुपर्ण | pos=n,comp=y |
नाग | नाग | pos=n,comp=y |
असुर | असुर | pos=n,comp=y |
सिद्ध | सिद्ध | pos=n,comp=y |
जुष्टम् | जुष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
दिव्येन | दिव्य | pos=a,g=m,c=3,n=s |
गन्धेन | गन्ध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
समाकुलम् | समाकुल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
दिव्यैः | दिव्य | pos=a,g=n,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
माल्यैः | माल्य | pos=n,g=n,c=3,n=p |
अवकीर्यमाणम् | अवकृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |