Original

सर्वर्तुफलपुष्पेषु मानसेषु सरःसु च ।बिभ्रती परमं रूपं रमयामास पाण्डवम् ॥ २६ ॥

Segmented

सर्व-ऋतु-फल-पुष्पेषु मानसेषु सरःसु च बिभ्रती परमम् रूपम् रमयामास पाण्डवम्

Analysis

Word Lemma Parse
सर्व सर्व pos=n,comp=y
ऋतु ऋतु pos=n,comp=y
फल फल pos=n,comp=y
पुष्पेषु पुष्प pos=n,g=n,c=7,n=p
मानसेषु मानस pos=a,g=n,c=7,n=p
सरःसु सरस् pos=n,g=n,c=7,n=p
pos=i
बिभ्रती भृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
परमम् परम pos=a,g=n,c=2,n=s
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
रमयामास रमय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पाण्डवम् पाण्डव pos=n,g=m,c=2,n=s