महाभारतम् — 1.143.20
Original
Segmented
शैल-शृङ्गेषु रम्येषु देवता-आयतनेषु च मृग-पक्षि-विघुष्टेषु रमणीयेषु सर्वदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शैल | शैल | pos=n,comp=y |
शृङ्गेषु | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=7,n=p |
रम्येषु | रम्य | pos=a,g=n,c=7,n=p |
देवता | देवता | pos=n,comp=y |
आयतनेषु | आयतन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
विघुष्टेषु | विघुष् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
रमणीयेषु | रमणीय | pos=a,g=n,c=7,n=p |
सर्वदा | सर्वदा | pos=i |