महाभारतम् — 1.143.10
Original
Segmented
तम् उपादाय गच्छेयम् यथेष्टम् देव-रूपिणम् पुनः च एव आगमिष्यामि विश्रम्भम् कुरु मे शुभे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपादाय | उपादा | pos=vi |
गच्छेयम् | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
यथेष्टम् | यथेष्ट | pos=a,g=m,c=2,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
रूपिणम् | रूपिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
आगमिष्यामि | आगम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
विश्रम्भम् | विश्रम्भ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शुभे | शुभ | pos=a,g=f,c=8,n=s |