महाभारतम् — 1.131.4
Original
Segmented
सर्व-रत्न-समाकीर्णे पुंसाम् देशे मनोरमे इति एवम् धृतराष्ट्रस्य वचनात् चक्रिरे कथाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
समाकीर्णे | समाकृ | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
पुंसाम् | पुंस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
देशे | देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
मनोरमे | मनोरम | pos=a,g=m,c=7,n=s |
इति | इति | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
धृतराष्ट्रस्य | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वचनात् | वचन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
चक्रिरे | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
कथाः | कथा | pos=n,g=f,c=2,n=p |