महाभारतम् — 1.130.20
Original
Segmented
विनिद्र-करणम् घोरम् हृदि शल्यम् इव अर्पितम् शोक-पावकम् उद्भूतम् कर्मणा एतेन नाशय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विनिद्र | विनिद्र | pos=a,comp=y |
करणम् | करण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
शल्यम् | शल्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अर्पितम् | अर्पय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
पावकम् | पावक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उद्भूतम् | उद्भू | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
एतेन | एतद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
नाशय | नाशय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |