महाभारतम् — 1.130.2
Original
Segmented
धर्म-नित्यः सदा पाण्डुः मे आसीत् प्रिय-कृत् हितः सर्वेषु ज्ञातिषु तथा मयि तु आसीत् विशेषतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
नित्यः | नित्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
पाण्डुः | पाण्डु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
कृत् | कृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हितः | हित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
ज्ञातिषु | ज्ञाति | pos=n,g=m,c=7,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
तु | तु | pos=i |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
विशेषतः | विशेषतः | pos=i |