महाभारतम् — 1.13.34
Original
Segmented
वासुकिः उवाच जरत्कारो जरत्कारुः स्वसा इयम् अनुजा मम त्वद्-अर्थम् रक्षिता पूर्वम् प्रतीच्छ इमाम् द्विजोत्तम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वासुकिः | वासुकि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
जरत्कारो | जरत्कारु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
जरत्कारुः | जरत्कारु | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स्वसा | स्वसृ | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अनुजा | अनुजा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रक्षिता | रक्ष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
प्रतीच्छ | प्रतीष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
द्विजोत्तम | द्विजोत्तम | pos=n,g=m,c=8,n=s |