महाभारतम् — 1.115.14
Original
Segmented
सा त्वम् माद्रीम् प्लवेन इव तारय इमाम् अनिन्दिते अपत्य-संविभागेन पराम् कीर्तिम् अवाप्नुहि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
माद्रीम् | माद्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्लवेन | प्लव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इव | इव | pos=i |
तारय | तारय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अनिन्दिते | अनिन्दित | pos=a,g=f,c=8,n=s |
अपत्य | अपत्य | pos=n,comp=y |
संविभागेन | संविभाग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पराम् | पर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अवाप्नुहि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |