महाभारतम् — 1.105.25
Original
Segmented
सो ऽभिवाद्य पितुः पादौ कौसल्या-आनन्द-वर्धनः यथार्हम् मानयामास पौर-जानपदान् अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पादौ | पाद | pos=n,g=m,c=2,n=d |
कौसल्या | कौसल्या | pos=n,comp=y |
आनन्द | आनन्द | pos=n,comp=y |
वर्धनः | वर्धन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यथार्हम् | यथार्ह | pos=a,g=m,c=2,n=s |
मानयामास | मानय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पौर | पौर | pos=n,comp=y |
जानपदान् | जानपद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |