महाभारतम् — 1.1.57
Original
Segmented
जनमेजयेन पृष्टः सन् ब्राह्मणैः च सहस्रशः शशास शिष्यम् आसीनम् वैशम्पायनम् अन्तिके
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजयेन | जनमेजय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पृष्टः | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सन् | अस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ब्राह्मणैः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |
शशास | शास् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शिष्यम् | शिष्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आसीनम् | आस् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
वैशम्पायनम् | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अन्तिके | अन्तिक | pos=n,g=n,c=7,n=s |