महाभारतम् — 1.1.194
Original
Segmented
शाश्वतम् ब्रह्म परमम् ध्रुवम् ज्योतिः सनातनम् यस्य दिव्यानि कर्माणि कथयन्ति मनीषिणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शाश्वतम् | शाश्वत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
परमम् | परम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ध्रुवम् | ध्रुव | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ज्योतिः | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सनातनम् | सनातन | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दिव्यानि | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=p |
कर्माणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
कथयन्ति | कथय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
मनीषिणः | मनीषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |