महाभारतम् — 1.1.177
Original
Segmented
बलबन्धुः निरामर्दः केतुशृङ्गो बृहत्-बलः धृष्टकेतुः बृहत्केतुः दीप्तकेतुः निरामयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बलबन्धुः | बलबन्धु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निरामर्दः | निरामर्द | pos=n,g=m,c=1,n=s |
केतुशृङ्गो | केतुशृङ्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बृहत् | बृहत् | pos=a,comp=y |
बलः | बल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धृष्टकेतुः | धृष्टकेतु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बृहत्केतुः | बृहत्केतु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दीप्तकेतुः | दीप्तकेतु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निरामयः | निरामय | pos=n,g=m,c=1,n=s |