Original

यदाश्रौषं कलहद्यूतमूलं मायाबलं सौबलं पाण्डवेन ।हतं संग्रामे सहदेवेन पापं तदा नाशंसे विजयाय संजय ॥ १४९ ॥

Segmented

यदा अश्रौषम् कलह-द्यूत-मूलम् माया-बलम् सौबलम् पाण्डवेन हतम् संग्रामे सहदेवेन पापम् तदा न आशंसे विजयाय संजय

Analysis

Word Lemma Parse
यदा यदा pos=i
अश्रौषम् श्रु pos=v,p=1,n=s,l=lun
कलह कलह pos=n,comp=y
द्यूत द्यूत pos=n,comp=y
मूलम् मूल pos=n,g=n,c=2,n=s
माया माया pos=n,comp=y
बलम् बल pos=n,g=n,c=2,n=s
सौबलम् सौबल pos=n,g=m,c=2,n=s
पाण्डवेन पाण्डव pos=n,g=m,c=3,n=s
हतम् हन् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
सहदेवेन सहदेव pos=n,g=m,c=3,n=s
पापम् पाप pos=a,g=m,c=2,n=s
तदा तदा pos=i
pos=i
आशंसे आशंस् pos=v,p=1,n=s,l=lat
विजयाय विजय pos=n,g=m,c=4,n=s
संजय संजय pos=n,g=m,c=8,n=s