महाभारतम् — 1.1.145
Original
Segmented
यदा द्रोणे निहते द्रोण-पुत्रः नारायणम् दिव्यम् अस्त्रम् विकुर्वन् न एषाम् अन्तम् गतवान् पाण्डवानाम् तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
द्रोणे | द्रोण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निहते | निहन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
द्रोण | द्रोण | pos=n,comp=y |
पुत्रः | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नारायणम् | नारायण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विकुर्वन् | विकृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
एषाम् | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अन्तम् | अन्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गतवान् | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पाण्डवानाम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |