महाभारतम् — 1.1.144
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् द्रौणिना द्वैरथ-स्थम् माद्री-पुत्रम् नकुलम् लोक-मध्ये समम् युद्धे पाण्डवम् युध्यमानम् तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
द्रौणिना | द्रौणि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
द्वैरथ | द्वैरथ | pos=n,comp=y |
स्थम् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
माद्री | माद्री | pos=n,comp=y |
पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नकुलम् | नकुल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
समम् | सम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पाण्डवम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
युध्यमानम् | युध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |