महाभारतम् — 1.1.140
Original
Segmented
यदा द्रोणः कृतवर्मा कृपः च कर्णो द्रौणिः मद्र-राजः च शूरः अमर्षयन् सैन्धवम् वध्यमानम् तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
द्रोणः | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कृतवर्मा | कृतवर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कृपः | कृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
द्रौणिः | द्रौणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मद्र | मद्र | pos=n,comp=y |
राजः | राज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
शूरः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अमर्षयन् | मर्षय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
सैन्धवम् | सैन्धव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वध्यमानम् | वध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |