महाभारतम् — 1.1.127
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् शर-तल्पे शयानम् वृद्धम् वीरम् सादितम् चित्रपुङ्खैः भीष्मम् कृत्वा सोमकान् अल्प-शेषान् तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
शर | शर | pos=n,comp=y |
तल्पे | तल्प | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शयानम् | शी | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
वृद्धम् | वृद्ध | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वीरम् | वीर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सादितम् | सादय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
चित्रपुङ्खैः | चित्रपुङ्ख | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
सोमकान् | सोमक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अल्प | अल्प | pos=a,comp=y |
शेषान् | शेष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |