महाभारतम् — 1.1.122
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् कर्ण उवाच भीष्मम् न अहम् योत्स्ये युध्यमाने त्वे इति हित्वा सेनाम् अपचक्राम च एव तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
योत्स्ये | युध् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
युध्यमाने | युध् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
त्वे | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
इति | इति | pos=i |
हित्वा | हा | pos=vi |
सेनाम् | सेना | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अपचक्राम | अपक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |