महाभारतम् — 1.1.120
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् वासुदेवे प्रयाते रथस्य एकाम् अग्रतस् तिष्ठमानाम् आर्ताम् पृथाम् सान्त्विताम् केशवेन तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
| वासुदेवे | वासुदेव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| प्रयाते | प्रया | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| रथस्य | रथ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| एकाम् | एक | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अग्रतस् | अग्रतस् | pos=i |
| तिष्ठमानाम् | स्था | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| आर्ताम् | आर्त | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| पृथाम् | पृथा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| सान्त्विताम् | सान्त्वय् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| केशवेन | केशव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| न | न | pos=i |
| आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |