महाभारतम् — 1.1.114
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् मामकानाम् वरिष्ठान् धनंजयेन एक-रथेन भग्नान् विराट-राष्ट्रे वसता महात्मना तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
मामकानाम् | मामक | pos=a,g=m,c=6,n=p |
वरिष्ठान् | वरिष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
धनंजयेन | धनंजय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
एक | एक | pos=n,comp=y |
रथेन | रथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भग्नान् | भञ्ज् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
विराट | विराट | pos=n,comp=y |
राष्ट्रे | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वसता | वस् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
महात्मना | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |