महाभारतम् — 1.1.112
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् घोष-यात्रा-गतानाम् बन्धम् गन्धर्वैः मोक्षणम् च अर्जुनेन स्वेषाम् सुतानाम् कर्ण-बुद्धौ रतानाम् तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
घोष | घोष | pos=n,comp=y |
यात्रा | यात्रा | pos=n,comp=y |
गतानाम् | गम् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
बन्धम् | बन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गन्धर्वैः | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मोक्षणम् | मोक्षण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अर्जुनेन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
स्वेषाम् | स्व | pos=a,g=m,c=6,n=p |
सुतानाम् | सुत | pos=n,g=m,c=6,n=p |
कर्ण | कर्ण | pos=n,comp=y |
बुद्धौ | बुद्धि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
रतानाम् | रम् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |