महाभारतम् — 1.1.101
Original
Segmented
तत्र यद् यद् यथा ज्ञातम् मया संजय तत् शृणु श्रुत्वा हि मम वाक्यानि बुद्ध्या युक्तानि तत्त्वतः ततो ज्ञास्यसि माम् सौते प्रज्ञा-चक्षुषम् इति उत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
ज्ञातम् | ज्ञा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
हि | हि | pos=i |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वाक्यानि | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
युक्तानि | युज् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
तत्त्वतः | तत्त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
ज्ञास्यसि | ज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
सौते | सौति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रज्ञा | प्रज्ञा | pos=n,comp=y |
चक्षुषम् | चक्षुस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
उत | उत | pos=i |