कुमारसम्भवम् — 7.47
Original
Segmented
तस्मै जय-आशी ससृजे पुरस्तात् सप्तर्षिभिस् तान् स्मित-पूर्वम् आह विवाह-यज्ञे वितते ऽत्र यूयम् अध्वर्यवः पूर्व-वृता मया इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
जय | जय | pos=n,comp=y |
आशी | आशी | pos=n,g=f,c=2,n=p |
ससृजे | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पुरस्तात् | पुरस्तात् | pos=i |
सप्तर्षिभिस् | सप्तर्षि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
स्मित | स्मित | pos=n,comp=y |
पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
आह | अह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विवाह | विवाह | pos=n,comp=y |
यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वितते | वितन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
ऽत्र | अत्र | pos=i |
यूयम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
अध्वर्यवः | अध्वर्यु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पूर्व | पूर्व | pos=n,comp=y |
वृता | वृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
इति | इति | pos=i |