कुमारसम्भवम् — 4.11
Original
Segmented
रजनी-तिमिर-अवगुण्ठिते पुर-मार्गे घन-शब्द-विक्लव वसतिम् प्रिय कामिनाम् प्रियास् त्वद् ऋते प्रापयितुम् क ईश्वरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रजनी | रजनी | pos=n,comp=y |
तिमिर | तिमिर | pos=n,comp=y |
अवगुण्ठिते | अवगुण्ठय् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
पुर | पुर | pos=n,comp=y |
मार्गे | मार्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
घन | घन | pos=n,comp=y |
शब्द | शब्द | pos=n,comp=y |
विक्लव | विक्लव | pos=a,g=f,c=1,n=p |
वसतिम् | वसति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=a,g=m,c=8,n=s |
कामिनाम् | कामिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
प्रियास् | प्रिय | pos=a,g=f,c=1,n=p |
त्वद् | त्वद् | pos=n,g=,c=5,n=s |
ऋते | ऋते | pos=i |
प्रापयितुम् | प्रापय् | pos=vi |
क | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ईश्वरः | ईश्वर | pos=a,g=m,c=1,n=s |