किरातार्जुनीयम् — 5.40
Original
Segmented
इह स नियमयोः सुरापगायाम् उषसि स यावक-सव्य-पाद-रेखा कथयति शिवयोः शरीर-योगम् विषम-पदा पदवी विवर्तनेषु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इह | इह | pos=i |
स | स | pos=i |
नियमयोः | नियम | pos=n,g=m,c=6,n=d |
सुरापगायाम् | सुरापगा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
उषसि | उषस् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
स | स | pos=i |
यावक | यावक | pos=n,comp=y |
सव्य | सव्य | pos=a,comp=y |
पाद | पाद | pos=n,comp=y |
रेखा | रेखा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कथयति | कथय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शिवयोः | शिव | pos=n,g=m,c=6,n=d |
शरीर | शरीर | pos=n,comp=y |
योगम् | योग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विषम | विषम | pos=a,comp=y |
पदा | पद | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पदवी | पदवी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विवर्तनेषु | विवर्तन | pos=n,g=n,c=7,n=p |