किरातार्जुनीयम् — 5.35
Original
Segmented
व्यधत्त यस्मिन् पुरम् उच्च-गोपुरम् पुराम् विजेतुः धृतये धनाधिपः स एष कैलास उपान्त-सर्पिनः करोत्य् अकाल-अस्तमयम् विवस्वतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| व्यधत्त | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उच्च | उच्च | pos=a,comp=y |
| गोपुरम् | गोपुर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पुराम् | पुर् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| विजेतुः | विजेतृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धृतये | धृति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
| धनाधिपः | धनाधिप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कैलास | कैलास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उपान्त | उपान्त | pos=n,comp=y |
| सर्पिनः | सर्पिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| करोत्य् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अकाल | अकाल | pos=n,comp=y |
| अस्तमयम् | अस्तमय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विवस्वतः | विवस्वन्त् | pos=n,g=m,c=6,n=s |