किरातार्जुनीयम् — 5.31
Original
Segmented
नी-उच्छ्रायम् मुहुः अशिशिररश्मेः उस्रैः आनील-आभैः विरचित-पर-भागा रत्नैः ज्योत्स्ना-आशङ्काम् इव वितरति हंस-श्येनी मध्ये ऽप्य् अह्नः स्फटिक-रजत-भित्ति-छाया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नी | नी | pos=va,comp=y,f=part |
उच्छ्रायम् | उच्छ्राय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मुहुः | मुहुर् | pos=i |
अशिशिररश्मेः | अशिशिररश्मि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उस्रैः | उस्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
आनील | आनील | pos=a,comp=y |
आभैः | आभ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
विरचित | विरचय् | pos=va,comp=y,f=part |
पर | पर | pos=n,comp=y |
भागा | भाग | pos=n,g=f,c=1,n=s |
रत्नैः | रत्न | pos=n,g=n,c=3,n=p |
ज्योत्स्ना | ज्योत्स्ना | pos=n,comp=y |
आशङ्काम् | आशङ्का | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
वितरति | वितृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
हंस | हंस | pos=n,comp=y |
श्येनी | श्येनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽप्य् | अपि | pos=i |
अह्नः | अहर् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
स्फटिक | स्फटिक | pos=n,comp=y |
रजत | रजत | pos=n,comp=y |
भित्ति | भित्ति | pos=n,comp=y |
छाया | छाया | pos=n,g=f,c=1,n=s |