किरातार्जुनीयम् — 2.6
Original
Segmented
चतसृष्व् अपि ते विवेकिनी नृप विद्यासु निरूढिम् आगता कथम् एत्य मतिः विपर्ययम् करिणी पङ्कम् इव अवसीदति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चतसृष्व् | चतुर् | pos=n,g=f,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
विवेकिनी | विवेकिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विद्यासु | विद्या | pos=n,g=f,c=7,n=p |
निरूढिम् | निरूढि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आगता | आगम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
कथम् | कथम् | pos=i |
एत्य | ए | pos=vi |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विपर्ययम् | विपर्यय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
करिणी | करिणी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पङ्कम् | पङ्क | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
अवसीदति | अवसद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |