किरातार्जुनीयम् — 2.42
Original
Segmented
अतिपातय्-काल-साधना स्व-शरीर-इन्द्रिय-वर्ग-तापना जन-वत् न भवन्तम् अक्षमा नय-सिद्धितः अपनेतुम् अर्हति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अतिपातय् | अतिपातय् | pos=va,comp=y,f=part |
काल | काल | pos=n,comp=y |
साधना | साधन | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
शरीर | शरीर | pos=n,comp=y |
इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
वर्ग | वर्ग | pos=n,comp=y |
तापना | तापन | pos=a,g=f,c=1,n=s |
जन | जन | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
न | न | pos=i |
भवन्तम् | भवत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अक्षमा | अक्षम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
नय | नय | pos=n,comp=y |
सिद्धितः | सिद्धि | pos=n,g=f,c=5,n=s |
अपनेतुम् | अपनी | pos=vi |
अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |