Original

स्फुटता न पदैर् अपाकृता न च न स्वीकृतम् अर्थगौरवम् ।रचिता पृथगर्थता गिरां न च सामर्थ्यम् अपोहितं क्वचित् ॥

Segmented

स्फुट-ता न पदैः अपाकृता न च न स्वीकृतम् अर्थ-गौरवम् रचिता पृथक् अर्थ-ता गिराम् न च सामर्थ्यम् अपोहितम् क्वचित्

Analysis

Word Lemma Parse
स्फुट स्फुट pos=a,comp=y
ता ता pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
पदैः पद pos=n,g=n,c=3,n=p
अपाकृता अपाकृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
pos=i
pos=i
pos=i
स्वीकृतम् स्वीकृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
अर्थ अर्थ pos=n,comp=y
गौरवम् गौरव pos=n,g=n,c=1,n=s
रचिता रचय् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
पृथक् पृथक् pos=i
अर्थ अर्थ pos=n,comp=y
ता ता pos=n,g=f,c=1,n=s
गिराम् गिर् pos=n,g=f,c=6,n=p
pos=i
pos=i
सामर्थ्यम् सामर्थ्य pos=n,g=n,c=1,n=s
अपोहितम् अपोह् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
क्वचित् क्वचिद् pos=i