Original

विचित्रया चित्रयतेव भिन्नां रुचं रवेः केतनरत्नभासा ।महारथौघेन न संनिरुद्धाः पयोदमन्द्रध्वनिना धरित्री ॥

Segmented

विचित्रया चित्रय् इव भिन्नाम् रुचम् रवेः केतन-रत्न-भासा महा-रथ-ओघेन न संनिरुद्धाः पयोद-मन्द्र-ध्वनि धरित्री

Analysis

Word Lemma Parse
विचित्रया विचित्र pos=a,g=f,c=3,n=s
चित्रय् चित्रय् pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part
इव इव pos=i
भिन्नाम् भिद् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
रुचम् रुच् pos=n,g=f,c=2,n=s
रवेः रवि pos=n,g=m,c=6,n=s
केतन केतन pos=n,comp=y
रत्न रत्न pos=n,comp=y
भासा भास् pos=n,g=f,c=3,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
रथ रथ pos=n,comp=y
ओघेन ओघ pos=n,g=m,c=3,n=s
pos=i
संनिरुद्धाः संनिरुध् pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
पयोद पयोद pos=n,comp=y
मन्द्र मन्द्र pos=a,comp=y
ध्वनि ध्वनि pos=n,g=m,c=3,n=s
धरित्री धरित्री pos=n,g=f,c=1,n=s