बोधिचर्यावतारः — 1.10
Original
Segmented
अशुचि-प्रतिमाम् इमाम् गृहीत्वा जिन-रत्न-प्रतिमाम् करोति अनर्घाम् रस-जातम् अतीव वेधनीयम् सु दृढम् गृह्णत बोधि-चित्त-संज्ञम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अशुचि | अशुचि | pos=a,comp=y |
प्रतिमाम् | प्रतिमा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
जिन | जिन | pos=n,comp=y |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
प्रतिमाम् | प्रतिमा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अनर्घाम् | अनर्घ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
रस | रस | pos=n,comp=y |
जातम् | जन् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
अतीव | अतीव | pos=i |
वेधनीयम् | व्यध् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=krtya |
सु | सु | pos=i |
दृढम् | दृढम् | pos=i |
गृह्णत | ग्रह् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
बोधि | बोधि | pos=n,comp=y |
चित्त | चित्त | pos=n,comp=y |
संज्ञम् | संज्ञा | pos=n,g=n,c=2,n=s |