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अमरुशतकम्
 
Stanza
 
Rdr.
 
चिरविरहिणोरुत्कण्ठा-
 
45
 
दीर्घा वन्दनमालिका
 
46
 
कान्ते सागस
 
47
 
आशय प्रणतिं
 
48
 
सा यावन्ति पदान्य-
 
49
 
दूरादुत्सुखमागते
 
50
 
अङ्गानामतितानवं
 
51
 
पुरस्तन्व्या गोत्र-
 
52
 
ततश्चाभिज्ञायं
 
53
 
कठिनहृदये मुझ
 
54
 
रात्रौ वारिभरालसा-
 
55
 
स्वं दृष्ट्वा रक्षतं
 
चपलहृदये किं स्वा-
 
57
 
55
 
56
 
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39
 
39
 
40
 
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43
 
49
 
44
 
44
 
50
 
45
 
45
 
Om
 
46
 
Om
 
Om
 
94
 
47
 
46
 
97
 
55
 
47
 
85
 
48
 
96
 
नभसि जलदलक्ष्म
 
Om
 
Om
 
49
 
50
 
मन्दं मुद्रितपांसवः
किंचिन्मुद्रितपांसवः
 
58
 
Om
 
Om
 
48
 
59
 
Om
 
Om
 
Om
 
इयमसौ तरलायत-
 
60
 
Om
 
Om
 
51
 
सालक्तकं शतदला-
 
61
 
Om
 
Om
 
86
 
सालककेन नवपल्लव-
 
बाले नाथ विमुञ्च
 
नीत्वोश्चैर्विक्षिपन्तः
 
पीतस्तुषारकिरणो
 
ललनालोलधम्मिल्ल-
 
वान्ति कहारसुभगाः
 
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62
 
Om
 
101
 
52
 
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Om
 
Om
 
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Om
 
Om
 
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Om
 
Om
 
Om
 
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Om
 
Om
 
Om
 
१२८